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लेखनी कहानी -01-Jun-2023 कातिल कौन

भाग 48 
करिश्मा और मधु सिंह की प्रेम कहानी सुनाते सुनाते हीरेन थक गया था । जज साहब का दिया हुआ गोल्डन पान भी अपने "गोल्डन" स्वाद की इति श्री कर चुका था । हीरेन को फिर से तरोताजा रखने की जिम्मेदारी मीना की थी । उसने हीरेन को एक गिलास पानी पिलाया और अपने पानदान से एक खरैरी बागरैन , बयाना, राजस्थान का "मिठुआ" पान निकाला और उसे हीरेन को दे दिया । इस पान की खासियत यह है कि इसकी खेती करते समय भूमि में दूध , दही, घी , अनाज , तिलहन और दलहन सब डाले जाते हैं । इस कारण इन पदार्थों के समस्त पौष्टिक तत्व "मिठुआ" पान में आ जाते हैं । इसे बनाने में गुलकंद और किवाम का प्रयोग अधिक किया जाता है । गुलकंद से इंस्टेंट एनर्जी आ जाती है और किवाम से ताजगी । मीना को पानों की इतनी समझ होगी, यह हीरेन को पता नहीं था । मीना यद्यपि पान नहीं खाती थी पर वह हीरेन को बड़े शौक से खिलाती थी । ये प्यार का जादू ही तो है जो अपने प्रेमी की सारी बातें मानने को मजबूर कर देता है । पान खाकर हीरेन के होंठ गोल हो गये और उसके होठों से सीटी की आवाज में एक गाना निकलने लगा 
प्यार में होता है क्या जादू 
तू जाने या मैं जानूं ।
रहता नहीं है दिल पर काबू 
तू जाने या मैं जानूं ।
हो , प्यार में होता है क्या जादू 

हीरेन ने अपनी बहस आगे बढाते हुए कहा "योर ऑनर, मधु सिंह का यह पहला गुनाह था जिसे वह करना नहीं चाहता था लेकिन दुर्घटना वश हो गया । उस कत्ल के कारण वह बहुत नर्वस हो गया था और डिप्रेशन में चला गया । तब करिश्मा उसे डॉक्टर निर्मल जैन के हॉस्पिटल "आरोग्य" में लेकर आई । यहां पर डॉक्टर निर्मल जैन की पत्नी डॉक्टर मोनिका जैन मनोचिकित्सक थी । मधु सिंह मोनिका का पेशेंट बन गया । अपने मरीज का उपचार करते करते मोनिका कब उसे दिल दे बैठी, उसे पता ही नहीं चला । मोनिका और मधु सिंह के बीच में रिश्ते बन गये । इससे मधु सिंह तेजी से डिप्रेशन से उबरने लगा । जब वह ठीक हो गया तो वह मोनिका के घर आने जाने लगा और एक दिन वही हुआ जो नहीं होना चाहिए था । डॉक्टर निर्मल जैन ने मोनिका और मधु सिंह को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया । अब मोनिका और मधु के पास उसे रास्ते से हटाने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं था । उसकी लाश भी उसने उस समय बन रहे "विकास नगर थाने" के नीचे दबा दी थी । 

मधु सिंह ने पुलिस विभाग के बाबू दीपक सिंह से जान पहचान कर ली और वह उससे "हनी सिंह" के नाम से मिलता था । मधु सिंह का यह नया नाम रीमा ने दिया था । मधु को अंग्रेजी में "हनी" कहते हैं और आजकल "हनी सिंह" बहुत प्रसिद्ध भी है इसलिए रीमा ने मधु सिंह का नाम हनी सिंह रख दिया । हनी सिंह दीपक से नये बनने वाले थानों की जानकारी लेता रहता था क्योंकि उसे पता था कि उसे इनकी आवश्यकता पड़ने वाली है । हनी सिंह के संबंध उच्च घरानों की 21 महिलाओं के साथ बन गये थे" । 

हीरेन की इस बात पर जज साहब उसे टोकते हुए बोले "ऐसे कैसे हो सकता है जासूस महोदय ? भारतीय नारी तो अपने चरित्र के लिए दुनिया में विख्यात है , फिर इतना व्यभिचार कैसे संभव है" ? 

"आपका प्रश्न बहुत उचित है योर ऑनर । पर आज की नारी के मन में स्वतंत्र होने की बहुत अधिक ललक है । वह ऐसा सोचने लगी है कि उसे अपनी जिंदगी जीने का पूरा अधिकार है । वह अपनी समस्त कामनाओं की पूर्ति करना चाहती है । वह वो सब करना चाहती है जो पहले कभी किसी ने नहीं किया था । वह अच्छे बुरे सब तरह के अनुभव लेना चाहती है । उसने सबसे पहले अपने विवाहित होने के जितने भी प्रतीक थे यानि सिन्दूर , बिन्दी , कंगन , मंगलसूत्र वगैरह , वे सब उतार फेंके । अब विवाहित और अविवाहित स्त्री में भेद करना मुश्किल हो गया है । जॉब , पैसा कमाने की लालसा और आत्मनिर्भर होने के शौक ने उसे घर से बाहर निकलने का मौका दिया । इस कारण उसका परिचय भांति भांति के पुरुषों से होने लगा । कुछ पुरुष स्मार्ट होते हैं तो कुछ गठीले । कोई उच्च ख्याति का है तो कोई प्रतिष्ठित कलाकार । ऐसे लोगों से मिलकर औरत उनसे प्रभावित तो होती ही है और फिर वह उनसे संबंध बना लेती है । 

बॉलीवुड के "भाईजान" को ही देख लो । वह लगभग 55 साल का हो गया है और उसने आज तक शादी नहीं की है योर ऑनर । उसकी एक भी रात ऐसी नहीं गुजरी जो उसने अकेले काटी हो । वह न जाने कितनी औरतों के साथ सोया है, इसका खुद उसे पता नहीं है । बहुत सी लड़कियां, औरतें उसके साथ सोने के लिए लालायित रहती हैं । इनमें अविवाहित भी हैं और विवाहित भी हैं । एक होड़ सी मची हुई है मर्दों और औरतों में । कौन कितने लोगों से संबंध बना सकता है ? संजू मूवी में संजय दत्त खुद कहता है कि वह 365 स्त्रियों के साथ सो चुका है अब तक । ये स्त्रियां अधिकांशत : भारतीय ही हैं योर ऑनर । हो सकता है कि इनमें कुछ विदेशी होंगी पर बाकि तो भारतीय ही हैं । 

आपको यह जानकर बहुत आश्चर्य होगा मी लॉर्ड कि एक पिज्जा डिलीवर मैन ने 686 लड़कियों और औरतों के साथ सेक्स किया है । सुनने में यह बात कल्पना से बाहर की लगती है मगर यह एक कटु सत्य है । राजस्थान के पाली जिले में एक ढोल बजाने वाले लड़के ने 44 उच्च घरानों की महिलाओं के साथ सेक्स किया है । उनमें से अधिकांश महिलाऐं विवाहिता हैं । उनमें से कुछ के वीडियो वायरल हो गये थे तब इस घटना का खुलासा हुआ । नहीं तो उसकी महिलाओं की संख्या बढती रहती । आजकल उच्छंखृलता का आलम यह है मी लॉर्ड कि पति के संबंध दसियों महिलाओं से हैं तो पत्नियों के संबंध बीसियों पुरुषों से हैं । जमाना बड़ी तेजी से बदल रहा है योर ऑनर" 

"मी लॉर्ड, अब आप रीमा की ही कहानी ले लो । यदि मैं इसे सुनाऊंगा तो आपको विश्वास नहीं होगा इसलिए इसे रीमा के मुंह से ही सुनते हैं । मैं मिसेज रीमा कुमार को विटनेस बॉक्स में बुलाने की इजाजत चाहता हूं योर ऑनर" । हीरेन ने अदालत से निवेदन किया जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया । रीमा को विटनेस बॉक्स में लाया गया और हीरेन ने उससे पूछताछ शुरू की 
"आपका नाम" ?
"रीमा , रीमा कुमार" 
"आपके पति का नाम" ? 
"राहुल कुमार" 
"आपके पति क्या काम करते थे" ? 
"जी, वे एक 'कॉल ब्वाय' थे" । 
"क्या आप मधु सिंह को जानती हैं ? यदि हां तो कैसे" ? 
"जज साहब, मैं 'आनंदम' सोसाइटी में रहती हूं । एक दिन मेरे घर का वाश बेसिन खराब हो गया था । मुझे एक प्लंबर की जरूरत थी । मैंने सोसाइटी में अपनी कंप्लेंट नोट करा दी । इस कंप्लेंट पर मधु सिंह उसे ठीक करने आया । मैंने पहली बार मधु को देखा तो वह मुझे पसंद आ गया । इसके पीछे एक कारण और है मी लॉर्ड । मेरा पति राहुल एक 'कॉल ब्वाय' था जो हर रात किसी न किसी औरत को 'संतुष्ट' करने में लगा रहता था । मैं समझती हूं कि वह अपने 'काम' से इतना थक जाता था कि वह घर आकर सो जाता था । फिर वह शाम को बाजार से सामान लाने में व्यस्त हो जाता था । उसके बाद खाना खाकर वह अपने 'ग्राहक' की 'सेवा' में चला जाता था । वह अपनी पत्नी को छोड़कर बाकी सब औरतों की 'प्यास' बुझाता था । मैं प्यासी रह जाती थी और वह कुंआ बनकर पूरे शहर की प्यास बुझा रहा था । 

जब मैंने मधु को देखा तो इन्हें देखकर मेरी दमित वासना जाग उठी । मैं मधु सिंह को पाने का प्रयास करने लगी । कुछ दिनों बाद मैंने खुद अपने नल को खराब कर दिया और कंप्लेंट नोट करा दी । मधु सिंह फिर आये । इस दिन हमने थोड़ी बातें की । मैंने इन्हें चाय नाश्ता भी कराया और इन्हें अपनी ओर आकर्षित भी कर लिया । उस समय मेरे पति घर पर ही थे और एक कमरे में सो रहे थे । हम दोनों ने दूसरे कमरे में 'संबंध' बनाए । इस तरह हमारा रिश्ता बन गया । मुझे मधु ने बता दिया था कि उसके अन्य स्त्रियों से भी संबंध हैं । इससे मुझे कुछ मतलब नहीं था । मधु कोई मेरा पति तो था नहीं जो मुझे ऐतराज होता ? इसलिए मैंने इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की । मधु नाम लड़कियों का सा लगता है । मधु तो एक बांका मर्द है पर नाम लड़कियों जैसा ? एक दिन मैंने इन्हें 'हनी' नाम से बुलाया तो इन्हें भी बहुत अच्छा लगा । उसी दिन से इनका नाम हनी सिंह हो गया । 

30 मई के दिन मैंने दोपहर का खाना तैयार किया ही था कि हनी सिंह हमारे घर पर आ गया । हनी सिंह का घर आने का एक ही उद्देश्य था । हम दोनों ने उस दिन साथ साथ लंच किया और फिर दूसरे कमरे में सेक्स करने चले गए । उस दिन पता नहीं राहुल की कैसे नींद खुल गई और वह हमारे कमरे में आ गया । उसने वह सब कुछ देख लिया जो उसे नहीं देखना चाहिए था । अब तो उसे मारने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था । हम दोनों ने मिलकर राहुल को मार दिया और उसकी लाश चांदनी चौक में बनने वाले थाने के नीचे गाड़ दी" । 

रीमा के इतनी स्वीकारोक्ति के बाद हीरेन बोला "मी लॉर्ड, 31 मई की रात अनुपमा के घर में कान्ता बाई और हनी सिंह दोनों थे । कान्ता बाई को पता था कि आज की रात उस घर में कोई नहीं है । उसे यह भी पता था कि उस दिन हनी सिंह का जन्म दिन भी है इसलिए उसने हनी सिंह को फोन करके उसका बर्थ डे मनाने के लिए बुलाया । 

तब तक हनी सिंह चार पांच कत्ल कर चुका था । उसे पता चल गया था कि महिला के घर पर सेक्स करने से हमेशा उसके पति के आने की रिस्क बनी रहती है । इसलिए उसने अपनी सभी महिला मित्रों से कह दिया था कि इस कार्य के लिए कोई "सेफ" जगह ढूंढें । जिनके पति मर गये थे, उनके घर में तो कोई रिस्क नहीं थी लेकिन जिनके अभी जिंदा हैं या परिवार में और कोई सदस्य भी है तो फिर "सेफ" जगह ही सेक्स करना उचित होगा । वह अब और अधिक मर्डर करना नहीं चाहता था । 

पर कुदरत को तो कुछ और ही मंजूर था । कान्ता ने हनी सिंह को अनुपमा के घर बुला लिया । चूंकि हनी सिंह का उस दिन बर्थ डे भी था इसलिए उसने एस एस टी बेकरी को एक केक डिलीवर करने का ऑर्डर भी कर दिया । हनी सिंह और कान्ता ने पहले केक काटा । दोनों ने मिलकर वह केक खाया । फिर वे दोनों "अपने काम" में लग गए । काम पूरा होने पर कान्ता बाथरूम में चली गई और हनी सिंह पलंग पर लेटा रहा । इतने में अचानक समीर हाथ में चाकू लेकर आ गया । समीर और हनी सिंह में खूब हाथापाई हुई और अंत में हनी सिंह के हाथों समीर का कत्ल हो गया" । 
बहस करते करते हीरेन हांफने लगा था । 

श्री हरि 
1.7.2023 

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6 Comments

Gunjan Kamal

03-Jul-2023 09:20 AM

बेहतरीन भाग

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Hari Shanker Goyal "Hari"

04-Jul-2023 08:58 PM

🙏🙏

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Punam verma

03-Jul-2023 08:59 AM

Nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

04-Jul-2023 08:57 PM

🙏🙏

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Alka jain

02-Jul-2023 10:57 PM

Nice one

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Hari Shanker Goyal "Hari"

04-Jul-2023 08:57 PM

🙏🙏

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